Bandhan - 1 in Hindi Love Stories by Maya Hanchate books and stories PDF | बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 1

Featured Books
  • म्युट नवरा

    "'म्युट' नवरा" “तो बोलतो… पण त्याच्या मौनात”कधी कधी...

  • विहीर आणि पोहरा

    गावाच्या शेवटच्या टोकाला एक साधी, पण खोल विहीर होती. विहिरीभ...

  • थर्ड डिग्री

                 थर्ड डीग्री            --------------         ...

  • मोबाईल

      रोजच्या सवयीप्रमाणेच आजही रात्री आठ वाजता कामावरून घरी आल्...

  • रात्र दोनची जन्मकथा

    "रात्र दोनची जन्मकथा"---१. प्रारंभ – रात्र आणि रस्तारात्रीचे...

Categories
Share

बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 1

ओम नमः शिवाय 
यह मेरी नई कहानी है प्लीज इसे जरुर पड़ी है और कमेंट दीजिए आपको कहानी कैसी लगी है।
डिस्क्रिमिनेशन 
यह कहानी सिर्फ मनोरंजन के लिए लिखा गया है इसका वास्तविकता से कोई भी संबंध नहीं है। 
कहानी का ट्रेलर 
 
  • यह कहानी है शिवाय आरोही और तरुण की। शिवाय कपाड़िया कपाड़िया खानदान का छोटा वारीस है जो आरोही से करता है बेइंतहा मोहब्बत जिसकी वजह से उसने अतीत में ऐसा कुछ किया है जिसने बदल दी है पांच जिंदगियां की तकदीर। आरोही और तरुण जल्दी एक दूसरे से शादी करने वाले हैं पर अचानक उन दोनों को पता चलता है कि आरोही दो जुड़वा बच्चों की मां है और वह दो बच्चे कोई और नहीं शिवाय के आर्य और सन्नवि है । पर शॉकिंग बात यह है कि पर कैसे यह बच्चे आ रही की हो सकते हैं, क्योंकि वह कभी प्रेग्नेंट हुई नहीं है। तरुण यह बात जानकर क्या छोड़ देगा आरोही का साथ या आरोही के साथ मिलकर शिवाय की साजिश का पता लगाएगा।।
 
 अमेरिका 
अमेरिका एक विधिक विशाल देश है जहां टेक्नोलॉजी का ब्रह्मांड है। जो आज के टाइम में दुनिया के हर चीज में अव्वल आता है। 
एक छोटे से विला में एक आदमी अप्रैल पहन कर ,सर पर शेफ की टोपी लगाकर दो खूबसूरत से बच्चों को उठा रहा है।
बच्चा सन्नवि ,आर्य उठा जाओ बच्चा तुम दोनों को किंडरगार्डन भी जाना है जल्दी से उठो आर्य बेबी उठ जाओ डेड को रेस्टोरेंट जाने के लिए लेट हो रहा है। 
यह आदमी कोई और नहीं हमारे कहानी के हीरो शिवाय कपाड़िया है। 
( हाइट 6.9 इंच रंग इंडियन व्हाइट कलर,मस्कुलर बॉडी ब्लैक सिल्की बाल सिल्की से सेट किए हुए गोल्डन ब्राउन आइज, कर्व्ड चीन‌‌ तीखी नाक है . इस वक्त शिवाय बहुत ही ज्यादा हैंडसम और चार्मिंग लग रहा है।)
शिवाय की आवाज पर आर्य झट से उठ जाता है पर सन्नवि अभी भी नहीं उठाती है। आर्य उठकर शिवाय से मुस्कुरा कर बोलता है गुड मॉर्निंग डेड ।
शिवाय व्यू से मुस्कुराते हुए जवाब देता है गुड मॉर्निंग बेटू। 
उसके बाद शिवाय अपनी छोटी सी गुड़िया सन्नवि को उठाने की कोशिश करता है, पर सन्नवि तो उठने का‌ नाम ही नहीं लेती है। 
कुछ देर ऐसे ही कोशिश करने के बाद आर्य और शिवाय एक दूसरे की तरफ आंखों में आंखों से इशारा करते हैं और धीरे से सन्नवि के ऊपर से चादर हटाकर उसे एक दो तीन की गिनती के साथ गुदगुदी करना शुरू कर देते हैं। 
उनकी ऐसी गुदगुदी करने की वजह से सन्नवि खिलखिला कर हंसते 😂😂😂हुए उठ जाती है।
हां.... हां....😂😂 हंसते हुए संन्नवि बोलती है बस डेड बस में उठ गई हूं।
इस वक्त वह तीनों बहुत ही ज्यादा मस्ती कर रहे हैं। ऐसे ही कुछ देर तीनों मस्ती करते हैं उसके बाद शिवाय दोनों बच्चों आर्य और संवि को फ्रेश करवा कर किंडरगार्डन के लिए रेडी कर कर नाश्ता करवाने के लिए डाइनिंग रूम में लता है। 
शिवाय का यह विला छोटा सा है पर बहुत ही सलीके से सजाया गया है इस घर के हर दीवार पर सन्नवि और आर्य की बहुत सारी तस्वीर है। यह घर ब्राउन और व्हाइट कलर से पेंट किया गया है जिसकी वजह से ही इस घर को क्लासिक लुक मिलता है। 
तीनों लोग डाइनिंग टेबल पर बैठ जाते हैं और शिवाय दोनों बच्चों को सर्व करते हुए बोला अच्छा चलो यह बताओ कि आज ब्रेकफास्ट में डेड ने क्या बनाया है?
शिवाय का सवाल सुनकर दोनों बच्चे एक दूसरे की तरफ देखते हैं और कुछ सोचने का एक्टिंग🤔🤔 करते हुए बोले "पास्ता"
शिवाय अपना सर ना ‌🙂‍↔️मे हिलाता है। 
जिसे देखकर दोनों बच्चे फिर से सोते हैं और जोर से चिल्लाते हुए बोले आलू के पराठे ।
शिव अपना सर हाँ में हिलाता है।
जिसे देखकर दोनों बच्चे बहुत ही खुश हो जाते हैं। अपने दोनों बच्चों के चेहरे पर खुशी देखकर शिवाय भी खुश हो जाता है। 
वह तीनों लोग नाश्ता करना शुरू कर ही रहे थे कि तभी एक आदमी डाइनिंग टेबल के पास आते हुए बोला गुड मॉर्निंग बॉस गुड मॉर्निंग बच्चों। 
उस आदमी की आवाज सुनकर सभी उसे आदमी की तरफ देखते हैं तो सन्नवि खुश होते हुए बोली गुड मॉर्निंग चाचू ।
आर्य व्यू से ग्रेट करते हुए बोला गुड मॉर्निंग चाचू ,शिवाय बस अपना सर हिलता है।
सन्नवि उसे आदमी को नाश्ता करने के लिए बोलता है वह आदमी भी नाश्ता करने के लिए बैठ जाता है।
(चलिए अब हम इनसे मिलते हैं यह है शिवाय के असिस्टेंट प्रणय गांधी दिखने में यह भी किसी हीरो से काम नहीं है पर शिवाय रहने से कुछ ज्यादा ही हैंडसम दिखता है। प्रणय का स्वभाव शांत कम एंड कंपोज्ड) 
प्रणय के आने के बाद सन्नवि प्रणय से कंटीन्यूअस बातें कर रही है।
 नाश्ता करने के बाद शिवाय दोनों बच्चों को किंडरगार्डन ले जाने के लिए सन्नवि और आर्य को गोद में उठाना जा ही रहा था कि सन्नवि प्रणय के पास भाग कर जाती है और अपने हाथों को ऊपर उठती है मानो वह कहना चाहती हो कि प्रणय उसे अपनी गोद में उठा ले ।
सन्नवि की बात समझ कर प्रणय उसे अपने गोद में उठता है ।
पर कोई था जो प्रणय और सन्नवि को ऐसे देखकर सर्द हो गई है यह कोई और नहीं शिवाय है अपनी बेटी को इस तरफ खुद को इग्नोर करते देखकर जल रहा है। आर्य अपने डैड को देखा है और ना में सर हिला कर प्रणय का उंगली पड़कर कार की तरफ जाता है। 
शिवाय जून दोनों का बैग और टिफिन लेकर चला जाता है।।
प्रणय और शिवाय दोनों बच्चों को किंडरगार्डन छोड़कर अपने रेस्टोरेंट के लिए निकल जाते हैं 
 
एक बड़े से रेस्टोरेंट के बाहर एएसए इंडियन क्यूज़ीन एलईडी लाइट से बड़ी क्लासिक वे में लिखा हुआ है एक नाम ।
यह रेस्टोरेंट पूरा इंडियन वे में डेकोरेट किया गया है रेस्टोरेंट के अंदर जहां देखो वहां भारत की अलग-अलग जगह का चित्रण किया गया है। इस रेस्टोरेंट का खास बात यह है कि परली इंडियन फूड ही मिलता है। एस्पेशली तो यहां की गुजराती डिशेज बहुत ही ज्यादा फेमस है। 
शिवाय जैसे ही रेस्टोरेंट के अंदर आता है तो सारे स्टाफ शिवाय को ग्रेट करता है शिवाय भी उन्हें अपनी पलके झुका कर जवाब देता है।। उसके बाद वह रेस्टोरेंट के किचन में जाता है और वहां का इंस्पेक्शन करता है और शेफ को कुछ इंस्ट्रक्शन देकर अपने केबिन की तरफ चला जाता है प्रणय भी उसके आज चलता है और शिवाय को कुछ बोल भी रहा था। 
जैसे शिवाय और प्रणय केबिन के अंदर जाता है तो शिव अपने चेयर पर बैठा है और प्रणय शिवाय के सामने बैठकर बड़े ही गंभीर लेजर में बोलता है। 
बाँस इस बार्बी हमें इनफॉरमेशन गलत मिली है क्योंकि कल हमने हमारे गार्डों को उसे लोकेशन पर भेजा था पर वहां हमारे घाट को कोई भी नहीं मिला। 
 प्रणय की बात सुनकर शिवाय गुस्से में आ जाता है और एक पेपर वेट को लेकर जोर से प्राणय के ऊपर फेंकता है , वह पेपर वेट प्रणय को लगता इससे पहले ही वह नीचे की तरफ झुक जाता है तो वह पेपर वेट दीवार की कांच की तरफ जा लगता है जिसकी वजह से पूरा कांच टूट कर केबिन के अंदर फैल जाता है। 
शिवाय गुस्से में बोल 5 साल पहले 5 साल पिछले 5 साल से मैं तुम्हें एक इंसान का पता लगवाने को बोल रहा हूं और तुमसे एक छोटा सा काम भी नहीं हो पा रहा है।। तुम्हें पता है उसे इंसान को ढूंढने के लिए मैं अपने परिवार से इतना दूर आ गया हूं और तुम बड़े आसानी से बोल रहे हो कि अभी तक वह हमें नहीं मिला। 
शिवाय की बात पर प्रणय कुछ नहीं बोलता क्योंकि वह भी जानता था कि शिवाय ने उसे इंसान को ढूंढने के लिए क्या कुछ नहीं किया है। 
 आखिर किसे ढूंढ रहा है shivaay। 
लाइक और कमेंट , प्लीज। 
आईटी'एस माय फर्स्ट नोवल।